स्वदेशी जागरण मंच मेरठ प्रांत का “प्रांतीय प्रशिक्षण एवं विचार वर्ग”के प्रथम चरण सम्पन्न —
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Toggleराष्ट्र निर्माण के संकल्पों से ओतप्रोत रहा प्रथम सत्र
स्थान: इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन एवं मैनेजमेंट, हापुड़ | तिथि: 29-30 जून, 2025
हापुड़। सागर और ज्वाला न्यूज।
स्वदेशी जागरण मंच, मेरठ प्रांत एवं स्वावलम्बी भारत अभियान प्रांत समिति के संयुक्त तत्वावधान में प्रांतीय प्रशिक्षण एवं विचार वर्ग का आयोजन 29 व 30 जून 2025 को हापुड़ स्थित इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन एवं मैनेजमेंट में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। यह आयोजन राष्ट्रहित, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी विचारधारा के प्रचार-प्रसार हेतु एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में रेखा नागर (जिला पंचायत अध्यक्ष, हापुड़) ने भाग लिया। अपने संबोधन में उन्होंने ग्रामीण विकास में स्वदेशी उत्पादों की भूमिका को रेखांकित किया और महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ाने पर बल दिया।
उद्घाटन सत्र में प्रांत संयोजक श्री कपिल नारंग ने प्रशिक्षण वर्ग की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “स्वदेशी केवल उत्पाद नहीं, एक विचार है, जो आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता और आत्मबल का प्रतीक है।”
इस अवसर पर डॉ. विपिन गुप्ता, निदेशक, इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड मैनेजमेंट ने भी स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने ऐसे आयोजनों को शैक्षणिक संस्थानों के लिए प्रेरक बताते हुए युवाओं को स्वदेशी से जुड़ने का आह्वान किया।
डॉ. राजीव कुमार, विचार विभाग प्रमुख ने विचार वर्ग में वैचारिक स्पष्टता, संगठनात्मक सिद्धांतों और राष्ट्र निर्माण के लिए जागरूक कार्यकर्ताओं की आवश्यकता पर गहन चर्चा की।
प्रशिक्षण वर्ग में विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागियों को समूह चर्चा, कार्यशालाओं एवं व्याख्यानों के माध्यम से वैचारिक प्रशिक्षण, टीम बिल्डिंग, नेतृत्व क्षमता, एवं स्वदेशी आंदोलन की समकालीन चुनौतियों पर जागरूक किया गया।
इस दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का उद्देश्य संगठन के कार्यकर्ताओं में राष्ट्रहित, स्वदेशी विचारधारा एवं स्वावलंबन की भावना को और अधिक सशक्त बनाना है। इस वर्ग में मेरठ प्रांत के विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ताओं, युवा प्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
उद्घाटन सत्र में मंच के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने स्वदेशी आंदोलन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में उसकी प्रासंगिकता एवं स्वावलंबी भारत अभियान की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने बताया कि कैसे आज का भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ते हुए विदेशी निर्भरता को कम करने के लिए व्यापक प्रयास कर रहा है और स्वदेशी जागरण मंच इस दिशा में प्रभावी भूमिका निभा रहा है।
प्रशिक्षण के अन्य सत्रों में विभिन्न विषयों पर व्याख्यान, समूह चर्चा एवं कार्यशालाएं आयोजित की गईं जाएगी जैसे –
स्वदेशी आंदोलन के वर्तमान संदर्भ
आत्मनिर्भरता की दिशा में युवाओं की भूमिका
भारतीय अर्थव्यवस्था में लघु उद्योगों की ताकत
डिजिटल युग में स्वदेशी उत्पादों का प्रचार-प्रसार