रिपोर्ट: सागर और ज्वाला न्यूज।
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Toggleधनतेरस का अर्थ और पौराणिक महत्व
धनतेरस भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो हर साल दीपावली के दो दिन पहले मनाया जाता है। संस्कृत में, “धन” का अर्थ होता है संपत्ति या धन-दौलत और “तेरस” का मतलब है तेरहवां दिन। यह त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है। यह दिन विशेष रूप से माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा करने के लिए मनाया जाता है ताकि समृद्धि और सुख-शांति का आशीर्वाद मिले।
पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन समुद्र मंथन से धन्वंतरि भगवान का प्रकट होना हुआ था। भगवान धन्वंतरि चिकित्सा और आरोग्य के देवता माने जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने अमृत कलश के साथ अवतार लिया था, जो जीवन में स्वास्थ्य और संपत्ति का प्रतीक है।
धनतेरस क्यों मनाया जाता है?
धनतेरस का प्रमुख उद्देश्य जीवन में समृद्धि और स्वास्थ्य का आह्वान करना है। इसे आरोग्य और आयु में वृद्धि का पर्व माना जाता है। इस दिन लोग नई चीजें खरीदते हैं, विशेष रूप से सोना, चांदी, बर्तन या इलेक्ट्रॉनिक्स, जो आर्थिक वृद्धि का संकेत माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन खरीदी गई कोई भी चीज़ बहुत शुभ होती है और इसमें वृद्धि होती है।
धनतेरस के अवसर पर अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लाने के लिए अनेक विशेष रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है। इस दिन, माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है ताकि घर में धन-धान्य और शांति का संचार हो सके।
धनतेरस पर क्या खरीदें? शुभ चीजें और उनका महत्व
धनतेरस के दिन नई चीजें खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन लोग सोने, चांदी और बर्तन खरीदते हैं। इसके पीछे यह विश्वास होता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएं घर में संपत्ति और समृद्धि का आशीर्वाद लेकर आती हैं।
1. सोना और चांदी: धनतेरस पर सोने या चांदी का सिक्का खरीदना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। ये धातुएं सौभाग्य और वैभव का प्रतीक होती हैं।
2. बर्तन: इस दिन स्टील, पीतल, या कांसे के बर्तन खरीदना भी अच्छा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इन धातुओं में माता लक्ष्मी का वास होता है।
3. इलेक्ट्रॉनिक्स और घर के उपकरण: आधुनिक समय में इलेक्ट्रॉनिक्स, जैसे कि टीवी, फ्रिज आदि खरीदना भी शुभ माना जाने लगा है।
धनतेरस पूजा विधि: कैसे करें पूजा?
धनतेरस के दिन पूजा करने का विशेष महत्व है। पूजा विधि कुछ इस प्रकार है:
1. स्थान की सफाई: सबसे पहले घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें।
2. दीप सजाना: दीपक जलाने के लिए मिट्टी के दीयों का प्रयोग करें। दीपों को घर के हर कोने में रखें।
3. पूजा की सामग्री: चावल, हल्दी, कुमकुम, अक्षत, दीया, धूप और फूल का उपयोग करें।
4. माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा: सबसे पहले गणेश भगवान की पूजा करें, फिर लक्ष्मी और कुबेर जी का ध्यान करें।
5. दीप जलाना: घर के आंगन और मुख्य द्वार पर दीप जलाएं ताकि नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न कर सके।
धनतेरस के दौरान लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व
धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन लक्ष्मी माता के स्वागत के लिए लोग अपने घरों को अच्छे से साफ करते हैं और उन्हें सजाते हैं। यह माना जाता है कि इस दिन घर की स्वच्छता और सजावट से लक्ष्मी माता प्रसन्न होकर घर में प्रवेश करती हैं।
पूजा के दौरान माता लक्ष्मी का विशेष ध्यान करना चाहिए और उनसे समृद्धि और शांति की कामना करनी चाहिए। यह भी महत्वपूर्ण होता है कि लक्ष्मी पूजा के समय गणेश जी का भी ध्यान किया जाए क्योंकि वे हर शुभ कार्य के पहले पूजे जाते हैं।
धनतेरस के लिए विशेष उपाय और टोटके
धनतेरस के दिन कुछ विशेष उपाय करने से घर में धन-धान्य और समृद्धि का संचार होता है।
1. मुख्य द्वार पर दीप जलाएं: मुख्य द्वार पर सात तेल के दीपक जलाना शुभ माना जाता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
2. चांदी का सिक्का: चांदी का सिक्का अपने पर्स या तिजोरी में रखना बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे धन में वृद्धि होती है।
3. तुलसी का दीपक: तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने से घर में समृद्धि और खुशहाली आती है।
4. घर की उत्तर दिशा में धन का प्रतीक वस्तु: घर की उत्तर दिशा में कुबेर की प्रतिमा या कोई अन्य शुभ वस्त्र रखें।
इस धनतेरस अपने परिवार को धन-धान्य से भरपूर बनाने के 10 टिप्स
1. सकारात्मक सोच रखें: घर में सकारात्मक सोच रखें और नकारात्मक विचारों को दूर करें।
2. प्रकृति का सम्मान करें: पौधों को जल दें और तुलसी के पौधे की पूजा करें।
3. लक्ष्मी नारायण का ध्यान करें: माता लक्ष्मी और भगवान नारायण का ध्यान करके आशीर्वाद प्राप्त करें।
4. स्वच्छता का पालन करें: घर की सफाई नियमित रूप से करें ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सके।
5. ध्यान और योग करें: ध्यान और योग से मन की शांति और आर्थिक समृद्धि का मार्ग खुलता है।
6. दान करें: जरूरतमंदों को दान देने से पुण्य और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।
7. धन का सही प्रयोग करें: अनावश्यक खर्चों से बचें और धन का सही प्रयोग करें।
8. स्वर्ण या चांदी का सिक्का रखें: यह आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है।
9. शुभ मुहूर्त में खरीदारी करें: शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।
10. माता लक्ष्मी का ध्यान करें: माता लक्ष्मी की पूजा और उनके ध्यान से समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
निष्कर्ष
धनतेरस न केवल धन और संपत्ति का त्योहार है, बल्कि यह हमें स्वास्थ्य और आरोग्य के महत्व को भी समझाता है। इस दिन नई चीजें खरीदने, लक्ष्मी पूजन और कुबेर की आराधना का खास महत्व है।