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चंदौसी रेलवे स्टेशन की दयनीय स्थिति उजागर

चंदौसी रेलवे स्टेशन की दयनीय स्थिति उजागर

डीआरयूसीसी सदस्य डॉ. पवन कुमार जैन ने किया निरीक्षण, यात्रियों की परेशानियां सामने आईं 

चंदौसी रेलवे स्टेशन की बदहाली उजागर!

डीआरयूसीसी सदस्य डॉ. पवन जैन ने निरीक्षण में खोली गंदगी, बंद टॉयलेट, एक्सपायरी सिलेंडर और लापरवाह स्टाफ की पोल

 चंदौसी रेलवे स्टेशन शर्मसार!

टॉयलेट व रिटायरिंग रूम बंद

स्टाफ का यात्रियों से बदसलूक व्यवहार

 एक्सपायरी फायर सिलेंडर

 गंदे प्याऊ व खाली ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ काउंटर

 कूड़ा सीधे पटरी पर फेंका गया

तत्काल सुधार की मांग, नहीं तो यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे की साख पर सवाल!

चंदौसी: सागर और ज्वाला न्यूज।उत्तर रेलवे के डीआरयूसीसी सदस्य डॉ. पवन कुमार जैन ने सोमवार को चंदौसी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्टेशन की खस्ताहाल व्यवस्था उजागर हो गई, जिससे यात्रियों की कठिनाइयां और रेलवे प्रशासन की लापरवाही साफ झलकती है।

टॉयलेट और रिटायरिंग रूम तालेबंद

निरीक्षण में सबसे पहले साफ-सफाई और टॉयलेट व्यवस्था की वास्तविकता सामने आई। विकलांग टॉयलेट व जनरल वेटिंग रूम के टॉयलेट बंद मिले। यही नहीं, यात्रियों के लिए बने रिटायरिंग रूम भी बंद पाए गए।महिला यात्रियों और माताओं के लिए बनाए गए शिशु स्तनपान कक्ष में दरवाजा या पर्दे तक नहीं थे, जिससे गोपनीयता का पूरी तरह अभाव दिखाई दिया।

रेलवे स्टाफ का अनुचित व्यवहार

निरीक्षण के दौरान डॉ. जैन सहयोग कक्ष पहुंचे, जहां एक यात्री ने रेलवे स्टाफ की शिकायत रखी। यात्री ने बताया कि चंपारण एक्सप्रेस का समय पूछने पर इंक्वायरी क्लर्क ने तंज कसते हुए कहा— “कल जाना है तो आज क्यों पूछ रहे हो।”

जब डॉ. जैन ने क्लर्क का नाम पूछा तो उसने अपना नाम प्रशांत बताया। इस व्यवहार ने स्टेशन पर मौजूद यात्रियों को भी आहत किया।

गंदगी और अव्यवस्था का अंबार

निरीक्षण में पाया गया कि स्टेशन पर जगह-जगह गंदगी फैली हुई थी। अधिकांश स्टॉल पर ‘जनता खान’ अनुपस्थित था और सेल्समैन यूनिफॉर्म में नहीं थे।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर लापरवाही यह रही कि आग बुझाने वाले सिलेंडर एक्सपायरी डेट के पाए गए।

यात्रियों के लिए बने प्याऊ टूटे-फूटे और गंदगी से भरे मिले। इतना ही नहीं, ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ काउंटर पूरी तरह खाली था।

नियमों का उल्लंघन कर पटरी पर फेंका जा रहा कूड़ा

निरीक्षण के दौरान सफाई कर्मचारियों को प्लेटफार्म का कूड़ा सीधे रेलवे पटरियों पर फेंकते हुए देखा गया। यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यात्रियों के स्वास्थ्य और स्टेशन की छवि के लिए भी गंभीर खतरा है।

तत्काल सुधार की मांग

निरीक्षण के अंत में डॉ. पवन कुमार जैन ने सागर और ज्वाला को बताया कि रेलवे प्रशासन को इन खामियों को तुरंत दूर करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर लापरवाही जारी रही तो यह स्थिति यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे की साख के लिए गंभीर संकट बन सकती है।

सागर और ज्वाला न्यूज का विश्लेषण:

चंदौसी रेलवे स्टेशन उत्तर भारत का ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण जंक्शन है, लेकिन वर्तमान स्थिति प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती है। यात्रियों को सुविधा और सुरक्षा मिलना उनका अधिकार है, जिस पर तुरंत ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

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