अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में कुंवर हरिवंश सिंह पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत
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लखनऊ। सागर और ज्वाला न्यूज। लखनऊ में आयोजित अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में संगठन की एकता और सशक्त नेतृत्व को देखते हुए सर्वसम्मति से पुनः कुंवर हरिवंश सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया।
राष्ट्रीय अधिवेशन में कुंवर हरिवंश सिंह के सम्मान में किसी अन्य ने नामांकन नहीं किया इस पर कुंवर हरिवंश सिंह को सर्वसम्मति से पुनः अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। साथ ही, राघवेंद्र सिंह राजू को महासभा का राष्ट्रीय महामंत्री और बच्चन सिंह को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष के पद पर मनोनीत किया गया।
इस अवसर पर सम्मेलन में उपस्थित सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों, सदस्यों और प्रतिनिधियों ने एक स्वर में इनके नामांकन पर अपनी सहमति व्यक्त की और पूरे मनोयोग से इन तीनों पदाधिकारियों का समर्थन किया। उपस्थितजनों ने उनके नेतृत्व में महासभा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं भी दीं।
राष्ट्रीय अधिवेशन में क्षत्रिय समाज की सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक भूमिका पर भी गंभीर विचार-विमर्श हुआ। जिसमें भाजपा के डुमरियागंज के सांसद और वक्फ़ कमेटी के अध्यक्ष जगदंबका पाल ने कहा कि मैं समाज के लिए हमेशा तत्पर रहूंगा। और समाज के लिए मुझे अपने प्राणों की भी आहुति देनी पड़ी तो मैं पीछे नहीं हटूंगा भविष्य की योजनाओं और समाज के नवजागरण हेतु विभिन्न प्रस्तावों पर भी चर्चा की।
इस अधिवेशन ने न केवल संगठन को एक नई ऊर्जा दी, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि एकजुटता और सहमति से संगठन का मार्गदर्शन और अधिक मजबूत होता है।
क्षत्रिय समाज को मिली बड़ी सौगात:
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में दयाशंकर सिंह ने किया 5 एकड़ भूमि का ऐलान
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के भव्य राष्ट्रीय अधिवेशन में क्षत्रिय समाज को एक ऐतिहासिक उपहार मिला। उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री श्री दयाशंकर सिंह ने अधिवेशन के मंच से घोषणा की कि लखनऊ स्थित मुक्त भूमि पर 5 एकड़ जमीन समाज को प्रदान की जाएगी। इस भूमि पर “महाराणा प्रताप भवन” का भव्य निर्माण कराया जाएगा, जो क्षत्रिय समाज के इतिहास, संस्कृति और भविष्य को एक नई दिशा देगा।
निर्माण की प्रस्तावित विशेषताएं:
1. महाराणा प्रताप भवन:
यह भवन वीरता, बलिदान और स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप जी की स्मृति में समर्पित होगा। इसमें समाज के ऐतिहासिक योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा।
2. क्षत्रिय छात्रावास (छात्राओं हेतु):
समाज की बेटियों के लिए सुरक्षित, सुसज्जित और आधुनिक छात्रावास का निर्माण होगा, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें और अधिक अवसर मिल सकें।
3. पूर्वज कि याद में स्मृति म्यूजियम:
भवन परिसर में एक विशेष म्यूजियम बनाया जाएगा जिसमें समाज के महान योद्धाओं, स्वतंत्रता सेनानियों और ऐतिहासिक शख्सियतों के योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा।
4. अतिथि गृह (Guest House):
बाहर से आने वाले समाज के अतिथियों के ठहरने हेतु एक सुव्यवस्थित गेस्ट हाउस भी इस परिसर में शामिल होगा।
दयाशंकर सिंह ने कहा,
“क्षत्रिय समाज ने सदैव राष्ट्र, संस्कृति और धर्म की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई है। आज समय है कि हम इस गौरवशाली विरासत को भावी पीढ़ियों तक पहुँचाएं और उन्हें उचित संसाधनों से सशक्त करें।”
राष्ट्रीय अधिवेशन में भारत के समस्त क्षत्रिय समाज के सांसद , विधायक मंत्री ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस मौके पर डॉ महेंद्र सिंह सदस्य विधान परिषद, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, सांसद जगदंबका पाल, राकेश प्रताप सिंह विधायक गौरीगंज, वीर विक्रम सिंह विधायक कटरा, विधायक रमेश सिंह जौनपुर उत्तर प्रदेश मानवेंद्र प्रताप सिंह सदस्य विधान परिषद सदस्य विधान परिषद अविनाश सिंह, जय गोविन्द सिंह, समस्त भारत से लगभग 1000 से अधिक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया
महासभा का आभार:
अधिवेशन में उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर हरिवंश सिंह, महामंत्री राघवेंद्र सिंह राजू एवं कोषाध्यक्ष बच्चन सिंह सहित सभी पदाधिकारियों ने इस ऐतिहासिक घोषणा पर श्री दयाशंकर सिंह का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इसे समाज के लिए “स्वर्णिम युग की शुरुआत” करार दिया।
📰 यह अधिवेशन न केवल संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक बना, बल्कि समाज के लिए एक सकारात्मक, संरचनात्मक एवं प्रेरणादायक भविष्य की नींव भी रखी। गई।