Search
Close this search box.

यूपी पुलिस में खेल कोटे से ‘एएसपी’ बनने वाले पहले अफसर, चर्चित सीओ अनुज चौधरी, संभल हिंसा के बाद पहली बार आए थे सुर्खियों में

यूपी पुलिस में खेल कोटे से ‘एएसपी’ बनने वाले पहले अफसर, चर्चित सीओ अनुज चौधरी, संभल हिंसा के बाद पहली बार आए थे सुर्खियों में

सागर और ज्वाला न्यूज़ | संभल।
उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में खेल कोटे से अधिकारी बनने वाले अनुज चौधरी का नाम हाल के वर्षों में तेज़ी से चर्चा में आया है। अपने अद्वितीय सफ़र और क़ाबिलियत के दम पर वे अब एएसपी (अपर पुलिस अधीक्षक) के पद पर तैनात हो गए हैं। यह उपलब्धि उन्हें न केवल खेल जगत बल्कि पुलिस महकमे में भी अलग पहचान दिलाती है, क्योंकि यूपी पुलिस के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई अफसर खेल कोटे से सीधा एएसपी स्तर तक पहुँचा है।

अनुज चौधरी मूल रूप से खेल के क्षेत्र में शानदार करियर के धनी रहे हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती (Wrestling) में कई मेडल जीत चुके अनुज को खेल कोटे से उप निरीक्षक के रूप में पुलिस सेवा में नियुक्ति मिली थी। खेल के साथ-साथ उन्होंने ड्यूटी में भी अनुशासन, साहस और रणनीतिक कौशल का परिचय दिया, जिससे उन्हें तेज़ी से प्रमोशन मिला।

संभल हिंसा से मिली पहली बड़ी पहचान
संभल जनपद में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के दौरान अनुज चौधरी बतौर सीओ (Circle Officer) डटकर खड़े रहे। कठिन परिस्थितियों में उनकी सूझबूझ और त्वरित एक्शन की वजह से हालात काबू में आए। इस घटना के बाद उनका नाम मीडिया और सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर चर्चा का विषय बन गया।

खेल से खाकी तक का सफ़र
अनुज चौधरी की यात्रा एक मिसाल है—

राष्ट्रीय स्तर के पहलवान रहे, कई स्वर्ण पदक अपने नाम किए।

खेल कोटे से पुलिस में भर्ती हुए।

लगातार उत्कृष्ट कार्य के कारण तेज़ प्रमोशन पाए।

संवेदनशील घटनाओं में साहसिक भूमिका निभाई।

अब एएसपी पद पर पहुँचकर नया इतिहास रचा।

भविष्य के युवाओं के लिए प्रेरणा
अनुज चौधरी का कहना है—
“खेल हमें अनुशासन, धैर्य और कठिन परिस्थितियों में सही निर्णय लेने की ताकत देता है। यही गुण पुलिस सेवा में भी सबसे ज्यादा काम आते हैं।”
उनका यह सफर उन युवाओं के लिए प्रेरणादायक है जो खेल के साथ-साथ सरकारी सेवा में भी अपना करियर बनाना चाहते हैं।

Leave a Comment