Delhi Metro Viral Video: दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर शब-ए-बरात के मौके पर हुए हंगामे का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक विशेष समुदाय के सैकड़ों युवा बिना किराया दिए AFC (ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन) गेट से छलांग लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
Table of Contents
Toggleइसके अलावा, स्टेशन परिसर में भी जमकर हंगामा किया गया। इस घटना के कारण मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। वीडियो सामने आने के बाद लोग सोशल मीडिया पर इसे शेयर कर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, दैनिक जागरण इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
DMRC का वायरल वीडियो पर जवाब
यह पहली बार है जब दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर इस तरह की घटना सामने आई है। वीडियो वायरल होने के बाद अब DMRC (दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है, जिससे स्पष्ट हो गया है कि यह घटना किस मेट्रो स्टेशन की है और कब हुई थी।
इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि मेट्रो स्टेशन पर मौजूद सुरक्षा कर्मी इन युवाओं को रोकने में पूरी तरह असफल रहे। इंटरनेट मीडिया पर लोग मांग कर रहे हैं कि इस तरह की अराजकता फैलाने वाले युवाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर हुई घटना
DMRC ने इस पूरी घटना पर बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया कि यह घटना 13 फरवरी 2025 की शाम को मेजेंटा लाइन के जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर हुई थी।
DMRC ने कहा कि, “सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुछ यात्री AFC गेट से कूदकर बाहर जाते हुए दिख रहे हैं। हमें सूचना मिली है कि यह घटना जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर हुई थी। कुछ समय के लिए यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ गई, जिसके कारण कुछ यात्रियों ने AFC गेट को कूदकर पार कर लिया।”
DMRC ने यह भी स्पष्ट किया कि वहां सुरक्षा कर्मी और अन्य स्टाफ मौजूद थे, जो यात्रियों को समझाने का प्रयास कर रहे थे। DMRC का दावा है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में थी और यह सिर्फ कुछ यात्रियों की “क्षणिक प्रतिक्रिया” थी, जो AFC गेट पर अचानक भीड़ बढ़ने के कारण हुई।
मेट्रो स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस वायरल वीडियो के सामने आने के बाद दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
- सुरक्षा कर्मी क्यों नहीं रोक पाए यात्रियों को?
- कैसे सैकड़ों लोग बिना टिकट AFC गेट से बाहर चले गए?
- क्या DMRC को इस तरह की घटनाओं के लिए पहले से कोई सुरक्षा योजना बनानी चाहिए थी?
लोगों का मानना है कि यदि ऐसी घटनाएं लगातार होती रहीं तो मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था कमजोर हो जाएगी और अनुशासनहीनता को बढ़ावा मिलेगा।
Indian muslims peacefully mass evading fares in Delhi metro station yesterday after Friday prayers. This is the first time I have seen American style fare evasion in a metro station in india pic.twitter.com/7UV5CDhZaP
— bakchodgang (@bakchodgang1) February 15, 2025
सोशल मीडिया पर गुस्सा, सख्त कार्रवाई की मांग
इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
- कई लोग दिल्ली मेट्रो प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
- कुछ लोगों का कहना है कि यह सुरक्षा में बड़ी चूक है और इससे भविष्य में कानूनी और प्रशासनिक समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
- कुछ यात्रियों ने यह भी कहा कि अगर आम नागरिकों को टिकट लेकर सफर करना पड़ता है तो इन लोगों को बिना टिकट क्यों बाहर जाने दिया गया?
DMRC के लिए बड़ी चुनौती
दिल्ली मेट्रो प्रशासन के लिए यह घटना एक बड़ी चुनौती बन गई है। DMRC हमेशा से अपनी अनुशासित व्यवस्था और कड़ी सुरक्षा के लिए जाना जाता है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
DMRC को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि:
- भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
- AFC गेट्स की सुरक्षा को और मजबूत किया जाए।
- सुरक्षा कर्मियों को ऐसे हालात से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी जाए।
क्या हो सकती है आगे की कार्रवाई?
विशेषज्ञों का मानना है कि DMRC इस घटना पर आगे कुछ कड़े फैसले ले सकती है:
- CCTV फुटेज के आधार पर दोषियों की पहचान कर सकती है।
- AFC गेट्स पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती कर सकती है।
- बिना टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
- मेट्रो स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई गाइडलाइन्स जारी हो सकती हैं।
दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर AFC गेट से सैकड़ों युवाओं का बिना टिकट कूदकर बाहर निकलना सुरक्षा के लिए एक खतरा है।
DMRC ने भले ही इस मामले को “क्षणिक प्रतिक्रिया” बताया हो, लेकिन यह घटना मेट्रो की विश्वसनीयता पर असर डाल सकती है। अब देखना होगा कि DMRC आगे क्या कदम उठाती है और क्या इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई की जाती है या नहीं।